आज के समय में फसलों में ड्रोन विधि से यूरिया एवं अन्य दवाई का छिड़काव काफी पॉपुलर हो रहा है। इसमें समय भी ख़राब नहीं होता है और मेहनत भी काफी कम लगती है। और अधिक क्षेत्र को कवर किया जा सकता है। हरियाणा राज्य के किसानो के लिए सरकार नया प्लान लेकर आई है। अब हरियाणा राज्य के किसान 100 रु के खर्च में नैनो यूरिया का ड्रोन विधि से छिड़काव कर सकेंगे। इससे किसानो की मेहनत एवं खर्च भी कम होगा और फसलों को नुकसान भी कम होगा। फसल का उत्पादन बढ़ेगा।
कृषि मंत्री ने दी जानकारी
हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल ने कहा की कृषि ड्रोन का उपयोग काफी फायदेमंद साबित होगा। साथ में ही उन्होंने कहा की कृषि ड्रोन के साथ , ड्रोन उधमी क्षेत्र के किसानो को बेहतर सेवा प्रदान करेंगे , इसके साथ ही कृषि ड्रोन से युवा उधमियों को भी एवं ग्रामीण महिलाओ के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। किसानो की आय बढ़ने के लिए नैनो उर्वरक का प्रयोग काफी अच्छा विकल्प है
#PressCoverage | कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि हरियाणा में ड्रोन के जरिए नैनो उर्वरकों के फसल में छिड़काव को प्रोत्साहन देने के लिए नई योजना तैयार की गई है। जिसके तहत खेत में मात्र 100 रुपए के शुल्क पर नैनो तरल यूरिया का छिड़काव होगा उन्होंने यह बात… pic.twitter.com/k0SOh5rv8f
— DC Gurugram (@DC_Gurugram) December 11, 2023
कम समय में होगा बड़ा एरिया कवर
फसलों में बीमारिया आने पर स्प्रे करने में काफी समय लगता है और मेहनत भी काफी लगती है। लेकिन जो लोग बड़ी खेती करते है अधिक भूमि पर फसल का उत्पादन करते है उनके लिए ये कार्य काफी थकावट भरा एवं खर्चीला हो जाता है और यदि कोई बीमारी फसलों में आ जाती है तो इसमें स्प्रे में काफी समय भी लगता है तो ड्रोन आने के बाद ये सब समस्या नहीं होगी। कम समय में काफी बड़े कृषि क्षेत्र को कवर किया जा सकता है। इससे किसानो का पैसा और समय दोनों ही बचेंगे। और समय पर ही कीटनाशक एवं उर्वरक का छिड़काव फसलों में किया जा सकेगा जिससे किसानो को फसल उत्पादन में बढ़ोतरी का लाभ भी मिलेगा।
किसान खरीद सकते है ड्रोन
अगर कोई किसान अपना खुद का ड्रोन से यूरिया एवं कीटनाशक छिड़काव का व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो वो ड्रोन खरीद सकते है इसके लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी की सुविधा भी दी जा रही है केंद्र सरकार भी सहकारी समिति, FPO एवं ग्रामीण क्षेत्र उधमियों को कस्टम हायरिंग सेंटर से दौरन की मूल लगत पर 40 प्रतिशत तक की या इससे अधिक की सब्सिडी की सुविधा दी जाती है।