Vegetables grown in the month of February – फरवरी का महीना आने वाला है और ऐसे में किसान भाइयों को फरवरी महीने में बोई जाने वाली सब्जियों के बारे में जानकारी होनी भी बहुत जरुरी है। फरवरी महीने में जो सब्जियां उगाई जाती है उनसे किसानो को काफी अच्छा लाभ मिलता है। लेकिन फरवरी महीने में बोई जाने वाली सब्जियों में कुछ बातों का विशेष ध्यान भी रखना होता है क्योंकि ये फसलें हल्दी सर्दी से शुरू होकर गर्मी तक चलती है।

इस समय कौन सी सब्जी बोई जाती है

भारत एक बहुत ही विशाल देश है और यहां पर सब्जियों के साथ साथ और भी भिन्न भिन्न खेती किसान भाई करते है। दुनिया में सब्जियों को पैदावार के मामले में चीन सबसे ऊपर आता है और उसके बाद भारत का नंबर है। भारत में पुरे साल में किसान भाई तीन बार सब्जियों की खेती करते हैं जिनमे पहली बुवाई फरवरी से मार्च में की जाती है, दूसरी बुवाई जून से जुलाई महीने में की जाती है और तीसरी सब्जी की फसल किसान भाई नवम्बर से दिसंबर महीने में करते है। एनएफएल स्पाइस डॉट कॉम के इस आर्टिकल में चलिए आपको बताते हैं की फरवरी महीने में आपको कौन कौन सी खेती की बुवाई करनी चाहिए और उनमे कौन कौन सी बातों का विशेष ध्यान रखना होता है।

फरवरी महीने में उगाई जाने वाली सब्जियां कौन कौन सी है?

Vegetables grown in the month of February – भारत में फरवरी महीने में बहुत सी सब्जियों की खेती होती है और आपको बता दें की भारत एक बहुत ही विशाल देश है और एक राज्य से दूसरे राज्य में वातावरण और तापमान भी अलग अलग पाया जाता है। भारत में तीन सीजन में खेती की जाती है जो रबी, खरीफ और जायद वाला सीजन होता है।

फरवरी में बोई जाने वाली फसलें – जायद के सीजन के लिए फरवरी महीने में फलों और सब्जियों की खेती की जाती है। फरवरी महीने में पालक, भिंडी, करेला, अरबी, टमाटर, बंद गोभी, लौकी, तोरई, खीरा और मिर्च, ककड़ी, तरबूज और खरबूजा की खेती की जाती है। इनकी खेती से किसान भाइयों को लाभ बहुत अधिक होता है। ये सब्जियां फरवरी महीने में बोई जाती है और गर्मियों के मौसम में किसान भाई उनसे अच्छी पैदावार ले सकते है।

आर्थिक दृश्टिकोण से देखा जाये तो साल में सबसे ज्यादा मुनाफा फरवरी महीने में बोई जाने वाली सब्जियों से ही मिलता है। लेकिन फरवरी महीने में सब्जियों की खेती के समय में कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है।

फरवरी महीने में सब्जियों की खेती में देखभाल

किसान भाई फरवरी महीने में सब्जियों की खेती शुरू कर रहे है तो इसमें बहुत सो बातों का उनको ध्यान रखना होता है। ऐसा इसलिए जरुरी होता है की जब आप सब्जियों की बुवाई करते हैं तो हलकी सर्दी का मौसम होता है और जैसे जैसे फसल बड़ी होती है तो भारत के कुछ राज्यों में गर्मी बढ़ने लगती है और फसल पकने के समय तो भयंकर गर्मी का मौसम आ जाता है।

फरवरी महीने में बोई जाने वाली सब्जियों में सिंचाई का अधिक ध्यान रखना होता है। उत्तर भारत में फरवरी महीने के बाद में गर्मियों के महीने शुरू हो जाते है और इससे फसल में पानी की कमी होने लगती है। इसलिए जल्दी जल्दी सिंचाई करनी होती है। इसके साथ ही पौधों के विकास और वृद्धि के लिए उनमे उचित उर्वरक डालने भी बहुत जरुरी होते है ताकि फसल अच्छी पैदावार दे सके।

सब्जी की खेती में खरपतवार पर बहुत अधिक ध्यान देना होता है क्योंकि खरपतवार अगर नहीं निकाला जाये तो ये आपकी फसल की वृद्धि ठीक से नहीं होने देता है जिसका असर पैदावार पर पड़ता है। ज्यादा सिंचाई के कारण खेत में कुछ अनावशयक पौधे उग आते है जिनको चुन चुन कर फसल से निकालना होता है।

फरवरी में बोई जाने वाली सब्जियों से होता है अधिक मुनाफा

भारत में खासकर उत्तर भारत में फरवरी महीने में सब्जियों की खेती करने किसान भाइयों को अधिक मुनाफा मिलता है और इसका कारण होता है फरवरी महीने में बोई जाने वाली सब्जियों से गर्मी के महीनों में किसानो को पैदावार मिलती है। गर्मी के मौसम में बाजार में सब्जियों की वैसे ही कमी होती है और ऐसी के चलते सब्जियों के रेट काफी अधिक होते है।

इसके साथ ही गर्मियों में तरबूज, ककड़ी, खीरा और खरबुजा की डिमांड भी बहुत अधिक रहती है इस कारण से किसान भाइयों को इन सब्जियों में काफी अधिक लाभ होता है। गर्मी के मौसम में टमाटर की डिमांड भी बहुत अधिक रहती है। गर्मी के कारण जिन किसानों के पास में सिंचाई के लिए पर्याप्त साधन होते हैं वही सब्जियों की खेती करते है इसलिए मार्किट में सब्जियों की पहुंच भी कम होती है।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

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