NFL Spice News – Nuh (Haryana) हरियाणा के नूंह जिले के लहरवाड़ी गांव में शुक्रवार शाम दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया जिसमें एक युवती की संदिग्ध हालात में जलकर मौत हो गई। इस घटना ने गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। पीड़ित पक्ष ने इसे हत्या करार दिया है जबकि आरोपी पक्ष आत्मदाह की बात कह रहा है। पुलिस फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने और मामले की जांच में जुटी है।
आठ महीने पुराना विवाद
लहरवाड़ी गांव में यह मामला आठ महीने पहले एक मिट्टी डालने के विवाद से शुरू हुआ था जिसमें रिजवान नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था लेकिन अब तक अधिकांश आरोपी फरार थे। पुलिस ने केवल दो लोगों को गिरफ्तार किया जबकि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पीड़ित परिवार लगातार दबाव बना रहा था।
गुरुवार को दोनों पक्षों को डीएसपी कार्यालय बुलाकर मामले में बातचीत कराने की कोशिश की गई। आरोपी पक्ष ने गांव में लौटने की मांग की, जबकि पीड़ित परिवार ने गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की बात दोहराई।
संघर्ष में युवती की मौत
शुक्रवार को पुलिस की मौजूदगी में आरोपी पक्ष के लोग गांव में लौटे, जिससे पीड़ित पक्ष ने विरोध जताया। इसी दौरान दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई, जो देखते ही देखते पथराव में बदल गई। इसी संघर्ष में शहनाज नाम की 22 वर्षीय दिव्यांग युवती की जलने से मौत हो गई।
मृतक युवती के भाई निसार ने आरोप लगाया कि पथराव के दौरान आरोपी पक्ष ने उसकी बहन पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। शहनाज की जलने से मौके पर ही मौत हो गई। शहनाज तलाकशुदा थी और अपने पिता के घर रह रही थी।
दूसरी ओर, आरोपी पक्ष इसे आत्मदाह का मामला बता रहा है। पुलिस ने अभी तक किसी भी पक्ष के दावों की पुष्टि नहीं की है।
गांव में तनाव, भारी पुलिस बल तैनात
घटना के बाद से लहरवाड़ी गांव में माहौल बेहद तनावपूर्ण है। पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए गांव में भारी संख्या में बल तैनात कर दिया है। अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिससे युवती की मौत की वजह स्पष्ट हो सके।
परिवार का न्याय की मांग पर जोर
पीड़ित परिवार ने इस घटना को सुनियोजित हत्या बताया है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। परिवार का कहना है कि वे अपनी बेटी के लिए न्याय चाहते हैं और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
फिलहाल, पुलिस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए है। गांव में हर किसी की नजर इस मामले की जांच पर है। क्या यह हत्या है या आत्मदाह, यह सवाल अब पुलिस की तहकीकात पर निर्भर करता है।
इस घटना ने एक बार फिर समाज में न्याय और शांति व्यवस्था के सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन और पुलिस इस मामले को कैसे सुलझाते हैं।