आज के समय में अगर थोड़ा बहुत निवेश करने के बाद में आपका आने वाला समय आर्थिक रूप से मजबूत होता है तो आपको निवेश जरूर करना चाहिए। इसमें आपका ही फायदा होता है। इसके अलावा कुछ समय बाद में आपके पास में ब्याज के साथ जो पैसा वापस आता है उससे आप अपने बहुत सारे जरूर कार्यों को आसानी के साथ में पूरा कर सकते है।
निवेश करने के लिए इस समय बहुत सारी अलग अलग नियमों वाली स्कीम मौजूद है जैसे की हर महीने निवेश करने वाली, एकमुश्त निवेश करने वाली, हर महीने रिटर्न देने वाली और हर महीने पेंशन का लाभ देने वाली लेकिन अगर आपको एकमुश्त रिटर्न चाहिए और वो भी निवेश की गई राशि का दोगुना तो आपको केवीपी यानि किसान विकास पत्र स्कीम के साथ में जाना चाहिए।
किसान विकास पत्र स्कीम भारत सरकार की तरफ से चलाई जा रही है और डाकघर में जाकर आप खाता खुलवा सकते है। इस योजना की सरकार ने जब शुरुआत की थी तो उस समय के दौर में केवल किसान ही इस योजना में निवेश कर सकते थे लेकिन अब सरकार ने समय के साथ में इसके नियमों में भी काफी चेंज कर दिए है। अब देश का कोई भी नागरिक इसमें निवेश कर सकता है।
चलिए जानते है की किसान विकास पत्र में आपको कितना ब्याज मिलेगा, कितना रिटर्न मिलेगा और कैसे आप डाकघर में जाकर के इस योजना में अपने खाते को खुलवाकर निवेश की शुरुआत कर सकते है। आर्टिकल काफी खास होने वाला है इसलिए इसको आखिर तक जरूर पढ़ें ताकि आप आसानी के साथ में इस स्कीम में पाया निवेश करके कमाई कर सकें।
केवीपी (Kisan Vikas Patra) क्या है और इसकी शुरुआत कब हुई थी?
किसान विकास पत्र स्कीम भारत सरकार के द्वारा चलाई जा रही एक लम्बी समय अवधी वाली बचत योजना है जिसमे एकमुश्त अपने पैसे को एक निश्चित समय अवधी के लिए निवेश करना होता है। इस समय अवधी के दौरान लोगों को ब्याज दर और कम्पाउंडिंग का लाभ दिया जाता है जिसके चलते समय अवधी पूरी होने के उपरांत में काफी अच्छा पैसा रिटर्न के तौर पर मिल जाता है।
किसान विकास पत्र स्कीम की शुरुआत 1 अप्रैल 1988 को की गई थी और ये एक सर्टिफिकेट रूपी बचत योजना है। मौजूदा समय में तो इस स्कीम में निवेश करने के बाद में 115 महीने यांकी की 9 साल और 7 महीने के बाद में ही रिटर्न का लाभ मिल जाता है। रिटर्न के समय में ग्राहकों को निवेश की गई राशि का दोगुना पैसा वापस किया जाता है।
ब्याज दर और दूसरे लाभ
केवीपी स्कीम में इस समय ग्राहकों को 7.5 फीसदी की दर से ब्याज का लाभ दिया जाता रहा है। हालांकि ब्याज दरों में समय समय पर बदलाव होते रहते है और ब्याज दरों में बदलाव के चलते स्कीम के मच्योर होने की अवधी में भी बदलाव होता है। स्कीम में निवेश करने के बाद में लोगों को कम्पाउंडिंग का लाभ भी मिलता है।
केवीपी स्कीम में निवेश करने के लिए आप सिंगल खाता या फिर जॉइंट खाता भी खुलवा सकते है। इसके अलावा 10 साल या फिर इससे अधिक आयु के बच्चे के नाम से भी आप स्कीम में अकाउंट ओपन करवाकर निवेश कर सकते है लेकिन उस खाते को अभिभावकों के द्वारा मैनेज किया जाता है।
निवेश की सिमा और समय से पूर्व निकासी
किसान विकास पत्र स्कीम में आप न्यूनतम 1000 रूपए का निवेश करने भी शुरुआत कर सकते है । इसके अलावा अधिकतम की कोई भी सिमा नहीं लगाई गई है। अगर इस योजना में निवेश कर दिया है और आप समय से पहले ही इसको बंद करवाना चाहते है तो आप इस स्कीम के शुरू होने के बाद 2 साल और 6 महीने के पश्चात में बंद करवा सकते है।
इसके अलावा जॉइंट या फिर सिंगल खाता धारक की या फिर किसी एक की मौत होने पर भी आप इस खाते को बंद करवा सकते है। साथ में अगर किसी भी कारण के चलते न्यायलय की तरफ से खाते को बंद करने का आदेश दिया गया है तो भी आपके खाते को बंद कर दिया जाता है।
किसान विकास पत्र स्कीम में निवेश करने के लिए आप डाकघर में जा सकते है तथा इसमें खाता खुलवाकर अपने निवेश किन राशि को एकमुश्त जमा कर सकते है। निवेश करने के 115 महीने के बाद में सरकार की और से आपको निवेश की राशि को दोगुना कर वापस कर दिया जाता है। उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो आप 1 लाख के 2 लाख और 2 लाख के 4 लाख ले पायेंगे।