नई दिल्ली: EPFO Pension Scheme – आज के समय में देश के लाखों लोग ऐसे हैं जो किसी ना किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करते है। उनके वेतन से हर महीने EPFO में योगदान दिया जाता है जो की उनकी बेसिक सैलरी का 12 फीसदी होता है। कर्मचारी अगर लगातार 10 साल तक नौकरी कर लेता है और उसका योगदान EPFO में लगातार रहता है तो फिर वो कर्मचारी पेंशन का हकदार हो जाता है।

बहुत से कर्मचारी तो ऐसे हैं जिनको ये पता ही नहीं रहता की आखिर उनको जो पेंशन मिलने वाली है वो कितनी मिलेगी। चलिए आज के इस आर्टिकल में आपको बताते है की यदि आपकी बेसिक सैलरी 12 हजार रूपए हर महीने के हिसाब से है और आपके 25 साल तक नौकरी की है तो फिर EPFO की तरफ से आपको कितनी पेंशन दी जायेगी। इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ना तभी आपको पूरी कैलकुलेशन समझ में आयेगी।

EPS Pension Formula क्या है?

प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों को EPFO की तरफ से जो पेंशन दी जाती है उसको एक फॉर्मूले के हिसाब से कैलकुलेट किया जाता है। कर्मचारी की सैलरी से जो 12 फीसदी हिस्सा EPFO में जमा होता है उतना ही पैसा कंपनी की तरफ से भी कर्मचारी के खाते में जमा किये जाते है। कंपनी के द्वारा जमा किये गए इस पैसे में से 8.33 फीसदी हिस्सा आपके EPFO के खाते में ना जाकर EPS के खाते में जमा होते है और बाकि पैसा आपके EPF खाते में जमा किया जाता है।

EPFO और EPS में सरकार के द्वारा बहुत से नियम बनाये गए है और उन्ही नियम के अनुसार किसी भी कर्मचारी का EPS में योगदान होता है। मौजूदा समय में बेसिक सैलरी 15000 रूपए ही पेंशन योग्य मानी जाती है और इतनी सैलरी पर किसी भी कर्मचारी का EPFO में योगदान अधिकतम 1250 रूपए हर महीने किया जाता है।

इसके अलावा अगर किसी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 12000 रूपए ही तो उस कर्मचारी की सैलरी से 1000 रूपए EPFO में योगदान दिए जाते है लेकिन 10 हजार सैलरी है तो फिर आपकी सैलरी से हर महीने आपकी कंपनी 833 रूपए का ही योगदान दे पाता है। EPFO में मौजूद नियम के अनुसार किसी भी कर्मचारी की अधिकतम सैलरी 15 हजार से गणना करने पर ये बता चलता है की पेंशन अधितक 7500 रूपए ही मिल सकती है। लेकिन अगर आगे चलकर इसको लेकर नियम में बदलाव होता है तो फिर ये बढ़ सकती है।

पेंशन की गणना का फार्मूला क्या है

EPS की किसी भी कर्मचारी की पेंशन की गणना एक फार्मूला के आधार पर की जाती है और उसमे कर्मचारी की नौकरी की अवधी के साथ में उस कर्मचारी के द्वारा रिटायरमेंट के वक्त ली जाने वाला मूल वेतन भी गिनती किया जाता है। कर्मचारी के पेंशन की गणना मंथली पेंशन = (पेंशन योग्य सैलरी X EPS खाते में जितने साल कंट्रीब्यूशन रहा)/70 के आधार पर की जाती है।

12000 सैलरी पर कितनी पेंशन मिलेगी

कोई भी कर्मचारी यदि किसी भी प्राइवेट सेक्टर की कंपनी में या फिर किसी भी संस्था में काम करता है तो उस कर्मचारी को हर महीने EPFO की तरफ से पेंशन का लाभ दिया जाता है। अगर आपने अपनी नौकरी 25 साल तक लगातार की है और आपकी बेसिक सैलरी 15 हजार रूपए है तो आपको हर महीने फॉर्मूले अनुसार 4285 रुपए हर महीने पेंशन का लाभ दिया जाता है।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

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