IND vs AUS: 22 नवंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में टेस्ट मुकाबला शुरू होने जा रहा है। इस बहुप्रतीक्षित मैच को लेकर दोनों टीमों के खिलाड़ी और फैंस उत्साहित हैं। सभी की नजरें पर्थ की पिच पर हैं, जो खेल के नतीजे में अहम भूमिका निभाएगी। वाका के मुख्य पिच क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड ने पिच की स्थिति और इसके खेल पर प्रभाव को लेकर अहम जानकारी साझा की है।
पिच का मिजाज?
पिच क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड के अनुसार, हाल की बेमौसम बारिश ने पिच की तैयारी को प्रभावित किया है। आमतौर पर सूखे मौसम में पर्थ की पिच पर बनने वाली दरारें तेज गेंदबाजों को मदद देती हैं, लेकिन इस बार बारिश के चलते ऐसी दरारों की संभावना कम है।
हालांकि, पिच से तेज गेंदबाजों को उछाल मिलने की पूरी उम्मीद है। ऑप्टस स्टेडियम की पिच अपनी तेज रफ्तार और उछाल के लिए जानी जाती है। क्यूरेटर ने बताया कि बारिश की वजह से 19 नवंबर को पूरे दिन पिच पर कवर बिछे रहे, जिससे इसमें नमी बनी हुई है। इस नमी के कारण पिच टेस्ट के पांच दिन तक टूटने की संभावना नहीं है।
पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच से संकेत
हाल ही में इसी मैदान पर पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे मैच खेला गया था। उस मुकाबले में पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को महज 140 रनों पर समेट दिया था। उस वक्त पिच पर चार मिलीमीटर घास थी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट के दौरान घास की मात्रा और बढ़ाई जा सकती है, जिससे तेज गेंदबाजों को और मदद मिलेगी।
टीम इंडिया की रणनीति क्या होगी?
पिच की तेज रफ्तार और घास को देखते हुए संभावना है कि भारतीय टीम पहले टेस्ट में केवल एक स्पिनर के साथ उतरेगी। तेज गेंदबाजी की जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह के कंधों पर होगी। उनके साथ किन अन्य तेज गेंदबाजों को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाएगा, यह टीम मैनेजमेंट के लिए एक बड़ा फैसला होगा।