इस पेड़ की करो खेती – 1 एकड़ में कमाओगे 49 लाख रुपए, फ़टाफ़ट यहां देखें पूरी जानकारी

Written by Subham Morya

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Malabar Neem Farming: किसान अब स्मार्ट हो चुके है और खेती के नये नये तरीकों को आजमाने में लगे है। हमारे किसान भाई भोले हैं इसलीये वे जायदा दूर की नहीं सोचते और अपनी परम्परागत खेती पर ज्यादा ध्यान देते है। अगर किसान भाई स्मार्ट खेती करने लगे तो वे लाखों का मुनाफा कर सकते है। इस आर्टिकल में आपको एक ऐसे पेड़ की खेती के बारे में बताने जा रहे है जिसकी खेती करके आप लाखों रुपये में कमाई कर सकते हो।

जिस पेड़ के बारे में हम आपको बताने वाले है उसका नाम है मालाबार नीम (Malabar Neem Ki Kheti) और कुछ जगहों पर इसको मेलिया डबिया (Melia Dubia) के नाम से भी जानते है। ये दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाले पेड़ों में सबसे ऊपर है। इसकी बढ़ने की छमता इतनी अधिक है की इसकी बुवाई के 2 साल के अंदर ही ये करीब 10 फ़ीट लम्बा हो जाता है। मालाबार नीम (Melia Dubia) की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) भारत में कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल में बहुतायत की जाति है। अगर आप मालाबार नीम की खेती करते है तो इसकी बुवाई के 5 साल के बाद इसकी खेती तैयार हो जाति है और फिर पेड़ों की कटाई की जा सकती है।

मालाबार नीम (Malabar Neem) के पेड़ की लकड़ी का उपयोग

  • मालाबार की लकड़ी का सबसे जयादा उपयोग माचिस की तिल्ली बनाने में किया जाता है।
  • इसके अलावा घरों के फर्नीचर भी मालाबार नीम की लकड़ी से बनाये जाते है।
  • मालाबार नीम एक ऐसा पेड़ है जिस पर कभी भी दीमक नहीं लगती।
  • मालाबार की लकड़ी को पैकिंग करने के काम में भी लिया जाता है जैसे पैकिंग के बॉक्स या पलेट आदि बनाया जाता है।

बहुत कम पानी में भी मालाबार नीम की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) को आसानी से किया जा सकता है। आपको बता दें की मालाबार की खेती लगभग सभी तरह की जलवायु में करना बहुत ही आसान है। आप मालाबार के पौधों को अपने खेत के मेढ़ पर भी लगा सकते है। मालाबार का पैदा या पेड़ फसल को किसी भी तरह से नुक्सान नहीं पहुंचता।

मालाबार के पौधे की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) करने के लिए इसके पौधों को किसी भी पायसम में लगाया जा सकता है। अगर किसान भाई एक एकड़ में मालाबार नीम की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) करते है तो उनको अपने पुरे एक एकड़ के खेत में इसकी खेती करनी चाहिए ताकि मुनाफा अधिक हो सके।

मालाबार नीम (Malabar Neem) के बीज कहां से खरीदें

अब आप अगर मालाबार नीम की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) करने के बारे में विचार कर रहे है तो आपको ये भी मालूम होना चाहिए की इसके बीज कहां से प्राप्त होंगे। लेकिन हम आपको यहां पर यही रे देंगे की बीज खरीदने से अच्छा है की आप अपने पास की नर्सरी से सम्पर्क करके वहां से 2 फ़ीट के आसपास के पौधों को खरीदें। नर्सरी में आपको एक पौधा लगभग 50 रुपये में आसानी से मिल जायेगा। लेकिन अगर आप बीज खरीद कर अपने पौधे तैयार करना चाहते है तो आपको बीज ऑनलाइन खरीदना होगा। हाँ इतना जरूर है की इसके बीज खरीदकर अपने पौधे तैयार करना बहुत सस्ता पड़ेगा।

मालाबार नीम (Malabar Neem) की उन्नत किस्मे

मालाबार नीम की कई उन्नत किस्में हैं जो अपनी अलग अलग विशेषताओं के लिए जानी जाती हैं। भारत में इनमे से लगभग सभी किस्मों की खेती की जाति है। देखिये मालाबार नीम की उन्नत किस्मे कौन कौन सी है।

  • एमडी-1
  • एमडी-2
  • एमडी-3
  • एमडी-4
  • एमडी-5

मालाबार नीम की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) कैसे होती है

सबसे पहले तो आपको अपने खेत को इसके लाइट तैयार करना होगा। खेत में जुताई करके समतल कर देना चाहिए और इसके बाद मालाबार नीम के पौधे (Malabar Neem Ki Kheti) लगाने के लिए गड्ढों का निर्माण करना है जिनमे आप पौधे लगाएंगे। गड्ढे गोखने के बाद उनमे सड़ा हुआ गोबर का खाद मिटटी में मिलकर उनको भर देना चाहिए। आपको बता दें की मालाबार नीम का पौधा कहीं पर भी उगाया जा सकता है इसलिए इसमें जायदा टेक्निक की भी जरुरत नहीं होती है।

वैसे तो मालाबार नीम का पौधा (Malabar Neem Ki Kheti) साल में कभी भी आप अपने खेत में लगा सकते है लेकिन अगर बारिश के मौसम से ठीक पहले लगाएंगे तो और भी अच्छा रहता है। इसलिए बारिश के मौसम से तीन महीने पहले ही गड्ढों को तैयार कर लेना चाहिए। जैसे ही बारिश का मौसम आता है तो इन गड्ढों में मालाबार नीम के पौधे का रोपण कर देना चाहिए।

मालाबार नीम की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) के लिए पौधों की रोपाई

अपने खेत में मालाबार के पौधों की रोपाई के लिए गड्ढों का निर्माण 8 मिटार के अंतराल पर करना चाहिए जिससे पौधों की वृद्धि आसानी से हो जाति है। इसके अलावा पौधों में अलग से उर्वरकों को डालकर और भी अच्छी गुणवत्ता वाले बनाये जा सकते है। जब आप पौधों की रोपाई करें तो इस बात का ध्यान रखे की गड्ढों में मिटटी और खाद की मात्रा पर्याप्त रहे। पौधे लगाने के बाद 6 महीने तक आपको इनकी सिंचाई का खास ध्यान रखना है। यही शुरूआती समय होता है जब पौधों का विकास होता है और ऐसे में सिंचाई अगर सही समय पर हो जाए और उर्वरकों की मात्रा भी दे दी जाए तो फिर पौधे अच्छी क्वालिटी के बनते है।

मालाबार नीम (Malabar Neem) में होती है अच्छी कमाई

मालाबार नीम की खेती (Malabar Neem Ki Kheti) किसानों को अच्छी आय देती है ओट जब आप मालाबार नीम के पौधे अपने खेत में लगाएंगे तो लगाने के 4 साल बाद ये आपको इनकम देना शुरू कर देते है। यानि की चार साल में पौधे पेड़ बन जाते है ओट इनकी कटाई करके कागज और माचिस की तिल्ली बनाने के काम में आसानी से लिया जा सकता है।

मालाबार के एक पौधे से किसानो को आसानी से 4 हजार से लेकर 5 हजार रुपये तक की इनकम हो जाति है। अगर आप मालाबार के पौधे की कटाई 4 साल में नहीं करते है तो फिर 5 साल का पौधा प्लाईवुड बनाने के काम में आने लायक हो जाता है। इसके बाद भी अगर आप पौधे की कटाई नहीं करते है तो फिर इसकी लकड़ी फर्नीचर बनाने के काम में आने लगती है। मालाबार नीम (Malabar Neem Ki Kheti) की लकड़ी में दीमक कभी भी नहीं लगती है इसलिए इसका इस्तेमाल फर्नीचर बनाने में बहुत अधिक किया जाता है। प्लाईवुड में तो जयदातार ऐसी की लकड़ी लगी रहती है।

Note : यहाँ केवल जानकारी दी गई है। खेती के लिए पर्यावरणीय परिस्थिति के अनुकूल पौधे की ग्रोथ निर्भर करती है। इसलिए क्षेत्र के हिसाब से एक्सपर्ट की सलाह से कोई भी कार्य करे।

 

Subham Morya

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन कार्य से जुड़ा हुआ हूँ। मैं nflspice.com के साथ में मई 2023 से जुड़ा हुआ हूँ और लगातार अपनी न्यूज़ लेखन का कार्य आप सबसे के लिए कर रहा हूँ। न्यूज़ लेखन एक कला है और सबसे बड़ी बात की न्यूज़ को सही ढंग से समझाना ही सबसे बड़ी कला मानी जाती है और इसी कोशिश में इसको लगातार निखारने का प्रयास कर रहा हूँ।

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