आईपीएल सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि क्रिकेटर्स के लिए एक ऐसा मंच है, जहां उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के साथ-साथ पैसा और शोहरत दोनों मिलते हैं। 24 और 25 नवंबर को होने वाले मेगा ऑक्शन पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। इस बार कई फ्रेंचाइजियां अपने स्क्वाड को पूरी तरह से बदलने की तैयारी में हैं। हर साल की तरह, इस बार भी खिलाड़ियों की बोली में रिकॉर्ड तोड़ने की संभावना है।
बड़ी बोली की उम्मीद, काव्या मारन बनाम प्रीति जिंटा
पंजाब किंग्स की को-ऑनर प्रीति जिंटा और सनराइजर्स हैदराबाद की को-ऑनर काव्या मारन हमेशा से खिलाड़ियों पर बड़ी रकम खर्च करने के लिए मशहूर रही हैं। पिछले ऑक्शन में काव्या ने पैट कमिंस को 20.50 करोड़ रुपये में खरीदा था, जबकि प्रीति ने सैम करन पर 18.50 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इस साल भी इन दोनों के बीच रोमांचक बिडिंग वॉर देखने को मिल सकती है।
पंजाब किंग्स, खिताब जीतने की नई रणनीति
आज तक आईपीएल ट्रॉफी न जीत पाने वाली पंजाब किंग्स ने इस बार बड़ी रणनीति अपनाई है। टीम ने सिर्फ दो खिलाड़ियों को रिटेन किया है — प्रभसिमरन सिंह और शंशाक सिंह, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से टीम को कई बार जीत दिलाई। पंजाब के पास अब 110.5 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा पर्स बचा हुआ है और वह 4 RTM कार्ड्स का इस्तेमाल कर सकती है। खासतौर पर, अर्शदीप सिंह और आशुतोष शर्मा को वापस लाने की कोशिश होगी।
सनराइजर्स हैदराबाद, स्थिरता और मजबूती
दूसरी ओर, सनराइजर्स हैदराबाद ने पैट कमिंस, हेनरिक क्लासेन, ट्रेविस हेड, अभिषेक शर्मा, और नीतीश कुमार रेड्डी जैसे पांच मजबूत खिलाड़ियों को रिटेन किया है। टीम के पास अब 45 करोड़ रुपये का पर्स बचा है और एक RTM कार्ड बाकी है। हालांकि हैदराबाद के पास पंजाब से 65.5 करोड़ रुपये कम हैं, लेकिन उनकी स्थिरता और स्मार्ट प्लानिंग उन्हें मजबूत बनाती है।
क्या होगा इस बार का नतीजा?
पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद, दोनों ही फ्रेंचाइजियां इस बार की नीलामी में बड़ा दांव खेलने को तैयार हैं। क्या पंजाब अपना पहला खिताब जीतने के करीब आएगी? या फिर हैदराबाद 2016 की अपनी सफलता को दोहराने की राह पर लौटेगी? जवाब मेगा ऑक्शन के बाद साफ होगा।