नई दिल्ली: Wheat Variety – किसान भाइयों को आज के समय में गेहूं की फसल से काफी अधिक मुनाफा होने लगा है और इसका कारन है की हमारे कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा बहुत सी ऐसी किस्मों को तैयार कर दिया गया है जो अधिक पैदावार देने के साथ साथ रोग प्रतिरोधी छमता के साथ में आती है। इसके अलावा ये खाने में भी बहुत अधिक स्वादिष्ट होती है।

गेहूं में ऐसी ही चार किस्मे हैं जो की गेहूं में सबसे टॉप की किस्म मानी जाती है और अगर किसन भाई इन किस्मों की खेती करते है तो फिर बम्पर प[ैदवार तो मिलती है है साथ में बायो फोर्टिफाइड गुणों के साथ में गेहूं आपके गेटों में पैदा होगा। इन किस्मों से पैदा होने वाला गेहूं एक तरफ से सोने से कम नहीं है क्योंकि ये सेहत के लिए बी बहुत अच्छा माना जाता है।

अच्छे उत्पादन को पाने के लिए सभी किसान भाइयों को इन गेहूं की चार किस्मों का चुनाव जरूर करना चाहिए। ये चार किस्म Pusa Tejas Durum, HPBW 01, PBW 752 और PBW 771 के नाम से बाजार में किसान भाइयों को आसानी से मिल जाती है। लेकिन इनके गुणों का नहीं पता होने से किसान भाई दूसरी किस्मों का चयन कर लेते है जिससे आगे चलकर फसल में उनको काफी नुकसान झेलना पड़ता है।

इन किस्मों के चुनाव से प्राप्त फसलों में किसानों को आसानी से 60 क्विंटल तक की पैदावार मिल जाती है इसलिए इसमें ज्यादा सोच विचार करने की जरुरत ही नहीं पड़ती और बहुत से देश के किसान भाई इन किस्मों को अपने खेतों में बुवाई करके बम्पर पैदावार ले रहे है।

गेहूं की PBW 771 उन्नत किस्म

गेहूं की PBW 771 उन्नत किस्म किसान भाई अपने खेतो में जिस दिन बुवाई करते है उसके लगभग 120 दिन में उनकी फसल पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म की खेती करके किसानो को एक हेक्टेयर में आसानी से 50 से 55 क्विंटल तक की पैदावार मिल जाती है इसलिए इसकी खेती भी बहुत अधिक की जाती है। गेहूं की PBW 771 उन्नत किस्म में जिनक की मात्रा 41PPM तक पाई जाती है और देश के कई राज्यों में ये अच्छी पैदावार देती है। हरियाणा, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, पंजाब के अलावा हिमाचल और उत्तरप्रदेश के किसान इसकी खेती सबसे जयादा करते हैं।

गेहूं की PBW 752 उन्नत किस्म

गेहूं की PBW 752 उन्नत किस्म भी PBW 771 की तरफ ही बुवाई के लगभग 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है और किसानो को इस किस्म की खेती करने से लगभग 52 क्विंटल तक की पैदावार पार्टी हेक्टेयर में आसानी से मिल जाती है। गेहूं की PBW 752 उन्नत किस्म में प्रोटीन की मात्रा लगभग 12 फीसदी तक पाई जाती है और इसकी खेती देश के कई राज्यों में हो रही है। हरियाणा, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, पंजाब के अलावा हिमाचल और उत्तरप्रदेश के किसान ेक्सी खेती करके बम्पर पैदावार ले रहे है।

गेहूं की HPBW 01 उन्नत किस्म

गेहूं की HPBW 01 उन्नत किस्म थोड़े लम्बे समय तक आपके खेतों में रहती है। इस किस्म की बुवाई करने के बाद ये लगभग 140 से 150 दिनों में पककर तैयार होती है। लेकिन पैदावार के मामले में आगे है। इसकी खेती करके किसानो को बड़ी आसानी से लगभग 55 से 60 क्विंटल तक की पैदावार प्रति हेक्टेयर में मिल जाती है। गेहूं की इस किस्म में जिंक की मात्रा लगभग 41PPM और आयरन की मात्रा की अगर बात करें तो ये लगभग 40PPM तक पाई जाती है। इसकी खेती देश के कई राज्यों के किसान करते है और इससे पैदावार प्रति हेक्टेयर में किसानो को आसानी से 60 क्विंटल तक हो जाती है।

गेहूं की Pusa Tejas Durum उन्नत किस्म

गेहूं की Pusa Tejas Durum उन्नत किस्म गेहूं की इस किस्म को देश में राजस्थान, हरियाणा, यूपी के साथ साथ जम्मू कश्मीर और हिमाचल के किसान भी बहुत अधिक करते है। गेहूं की ये किस्म बुवाई के बाद में लगभग 140 से 150 दिनों में पककर तैयार होती है और इससे किसानो को आसानी से 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार मिल जाती है। गेहूं की इस किस्म में लगभग 42.0ppm जिंक की मात्रा होती है और प्रोटीन 13 फीसदी तक पाया जाता है।

तो किसान भाइयों ये थी गेहूं की चार ऐसी किस्मे जो किसानो के लिए वरदान की तरह है और किसानो को बंपर पैदावार देती है। इसलिए किसान भाइयों को अपने खेतों में इन किस्मों की बुवाई करके जरूर एक बार देखना चाहिए। ये किस्मे खाने के लिहाज से भी काफी स्वादिष्ट होती है और पौषक तत्वों की मात्रा भी काफी अधिक होने के कारन सेहत के लिए भी बहुत लाभदायक होती है।

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन...

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