भीषण गर्मी एवं लू की चपेट में ये क्षेत्र, देखे मौसम अपडेट

गुजरात राज्य में इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। कुछ हिस्सों में आज उष्ण लहर का असर जारी रह सकता है। वही पर राजस्थान राज्य के बाड़मेर सहित आसपास के हिस्सों में तापमान तेजी के साथ बढ़ा है। बाड़मेर में 12 मार्च को तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वही पर देश के अन्य हिस्सों में भी तापमान में इजाफा देखने को मिल रहा है। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण कुछ राज्यों में 13 से 15 मार्च के दौरान बारिश की गतिविधिया भी दर्ज की जा सकती है।
राजस्थान में गर्मी से मिलेगी राहत
राज्य में 13 से 15 मार्च के दौरान एक नए सिस्टम के प्रभाव से उत्तर पश्चिमी एवं उत्तरी क्षेत्रों में हल्की बारिश की गतिविधिया दर्ज की जा सकती है। 14 से 15 मार्च के दौरान राजस्थान राज्य के भरतपुर , जैसलमेर, फलोदी, बीकानेर एवं बीकानेर संभाग में दोपहर के बाद गरज चमक के साथ हल्की बारिश की गतिविधिया शुरू हो सकती है। तापमान में 3 डिग्री तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। वही पर अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में 14 मार्च के सौरन बहुत भारी बारिश एवं वज्रपात की घटनाये हो सकती है। हवाओ की गति तेज रह सकती है।
जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, लदाख क्षेत्र, गिलगित बाल्टिस्तान, मुज़फ़्फ़राबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में 15 मार्च तक मौसम में बदलाव की संभावना है। नए सिस्टम के प्रभाव से इन राज्यों में गरज चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी तो कुछ स्थानों पर वज्रपात एवं हल्की बारिश की गतिविधिया दर्ज की जा सकती है। हवाओ की गति इन राज्यों में तेज रह सकती है।
बिहार में गर्मी करेगी परेशान
राज्य में तापमान लगातार बढ़ रहा है। गर्मी आम जन जीवन को प्रभावित कर रही है। बिहार के पटना में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस पिछले 24 घंटो के दौरान दर्ज हो चूका है। पटना के पूर्वी हिस्सों में तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हो चूका है। बिहार राज्य में 15 मार्च तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। हवाओ की रफ़्तार 15 से 20kmph तक रह सकती है। आगामी कुछ दिनों तक बिहार राज्य के अधकांश हिस्सों में बारिश की संभावना नहीं है। तेज गर्मी परेशान कर सकती है। हालाँकि बिहार राज्य में 15 मार्च के बाद सक्रिय सिस्टम का असर दिख सकता है। जिससे बारिश की गतिविधिया कुछ हिस्सों में दर्ज हो सकती है।