नींबू के पेड़ में छाछ डालने से क्या होता है?, पौधे में फल लाने के लिए क्या करें?

Written by Subham Morya

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Pour Buttermilk on a Lemon Tree – किसान भाई अपनी निम्बू की खेती में पैदावार बढ़ाने के लिए बहुत सारे तरीकों का इस्तेमाल करते है। आपने अपने आसपास देखा होगा की बहुत से किसान भाई अपने निम्बू के पौधों (Lamon Tree) की जड़ों में छाछ डालते है। लेकिन एक्चुअल में इसको डालने से पौधों में क्या असर होता है इसके बारे में कोई भी किसान भाई नहीं जनता होगा। काफी किसान भाई अक्सर एक दूसरे को निम्बू के पौधों में छाछ डालने का सुझाव देता आपको मिलेगा।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते है की आखिर निम्बू के पैधों (Lamon Tree) में छाछ डालने से क्या होता है और इससे किसानों का निम्बू की खेती में कुछ लाभ मिलता है या फिर नुकसान भी हो सकता है। इन सब पर डिटेल में हम इस आर्टिकल में आपको बताने वाले है इसलिए इस आर्टिकल को आखिर तक जरुरत पढ़ें।

छाछ क्या होती है?

सबसे पहले तो ये जानना जरुरी हो जाता है की आखिर जो छाछ किसान भाई निम्बू के पौधों (Lamon Tree) की जड़ों में डालते है वो होती क्या है। निम्बू के पौधों में छाछ डालने से इसका क्या असर होता है इसके लिए आपको छाछ को पहले समझना होगा। देखिये छाछ आमतौर पर घरों में दूध को ज़माने के बाद उसका सही बनाया जाता है और दही से मख्खन निकालने के बाद में जो बिना मख्खन वाला तरल पदार्थ बचता है उसको हम छाछ कहते है।

छाछ को आपने बहुत बार पिया होगा तो आपके ये भी नोटिस किया होगा की छाछ खट्टी होती है। इसका कारण होता है छाछ में मौजूद लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया जो छाछ को खट्टी बनाते है। छाछ में लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया के अलावा और भी बहुत सारे बैक्टीरिया होते है को जो बहुत ही लाभकारी होते है। इसके साथ ही छाछ दूध से बनता है तो इसके अंदर कैल्सियम की मात्रा भी बहुत अधिक होती है। चलिए अब बात करते है निम्बू के पौधे में छाछ को क्यों डाला जाता है।

नींबू के पेड़ में छाछ डालने से क्या होता है?

किसान भाई अपने निम्बू के पौधों (Lamon Tree) में छाछ डालते है इससे पौधे को जरुरी कैल्सियम की मात्रा मिल जाती है जिससे पौधों की वृद्धि अधिक तेजी से होने लगती है। इसके साथ ही छाछ में मौजूद बैक्टीरिया जमीन में जाकर पौधे के आसपास खाद बनाने में भी सहायता करता है। जिन पौधों में छाछ डाली जाती है उन पौधों के फल भी काफी बेहतरीन होते है और फलों का आकर फिर दूसरे पौधों के मुकाबले में बड़ा होता है। ये इसलिए होता है क्योंकि छाछ से पौधों को आसानी से कैल्सियम के साथ साथ खाद भी आसानी से मिल जाता है।

इसके साथ में छाछ में खट्टापन होने की वजह से ये अधिक क्षारीय मिट्टी के pH मान को कम करने में भी मदद करती है और पौधों के आसपास की मिट्टी पौधे के अनुसार pH मान में परिवर्तित हो जाती है। निम्बू के पौधे सबसे अच्छी पैदावार 5.5 से 6.5 pH मान वाली मिट्टी में देते है इसलिए छाछ डालने से मिट्टी का pH मान भी संतुलित हो जाता है और पौधों से किसानों को पैदावार अधिक मिलती है।

देखिये वीडियो में इसके बारे में डिटेल में बताया गया है।

नींबू के पेड़ों को क्या उर्वरक चाहिए?

निम्बू के पौधों (Lamon Tree) में अमोनियम सल्फेट, अमोनियम फॉस्फेट के साथ साथ किसान भाइयों को साइट्रस फ़ूड उर्वरक का इस्तेमाल करना चाहिए। इन उर्वरकों की मात्रा पौधों की आयु पर निर्भर करती है यानि की अगर पौधे छोटे है तो थोड़ी मात्रा में ये उर्वरक देने चाहिए और यदि पौधों की आयु ज्यादा है तो ज्यादा मात्रा में ये उर्वरक पौधों को देने चाहिए। 5 से 6 साल के निम्बू के पेड़ को सालाना 6.2 पाउंड अमोनियम सल्फेट उर्वरक की जरुरत होती है जिससे पौधे अधिक पैदा भी देते है और उनकी ग्रोथ भी अच्छी बनी रहती है।

इसके अलावा आप नींबू के पेड़ों को सी वीड फर्टिलाइजर (Seaweed Fertilizer), गोबर की खाद (Cow Dung Manure), एप्सम सॉल्ट (Epsom salt), वर्मी कम्पोस्ट (Vermi compost), नीम केक (Neem Cake), बनाना पील (Banana Peel) आदि भी डालेंगे तो भी आपके निम्बू के पेड़ों की ग्रोथ अच्छी होगी और निम्बू की पैदावार में भी काफी इजाफा देखने को मिलेगा।

नींबू के पौधे में फल लाने के लिए क्या करें?

सबसे पहले तो आपको ये जाना जरुरी है की निम्बू के पौधे (Lamon Tree) पर फल कब लगते है। देखिये जब आप बीज से निम्बू का पौधा तैयार करते है तो उस पौधे पर 5 से 6 साल बाद फल लग्न शुरू होता है लेकिन आप अगर नर्सरी से निम्बू का पौधा लेकर आते है तो आपको एक साल में ही निम्बू के पौधे से फल मिलना शुरू हो जाता है।

निम्बू के पौधे पर फल अगर नहीं लग रहा है तो आपको सबसे पहले निम्बू के पौधों (Lamon Tree) की जड़ों के आसपास खुदाई करनी चाहिए और वहां जड़ों के पास बनने वाले जालों की सफाई करनी चाहिए। उसके बाद आपको उस जगह पर सड़ी गोबर की खाद को डालकर फिर से मिट्टी से ढंक देना चाहिए। आप देखेंगे की आपके निम्बू के पौधों पर फल लगने शुरू हो जायेगा।

इसके अलावा आप अपने निम्बू के पौधों पर Amidaclorpid 1 मिलीलीटर प्रति 2 लीटर पानी में घोल बनाकर उसका छिड़काव पौधों पर कर सकते है जिससे पौधों पर कीड़ों का प्रकोप नहीं रहेगा और पौधे जल्दी फल देने लगते है। (दवाई का प्रयोग करने से पहले आपको एक बार कृषि विशेषज्ञ से बात जरूर करनी चाहिए इसके बिना दवाई का प्रयोग ना करें।)

Subham Morya

मैं शुभम मौर्या पिछले 2 सालों से न्यूज़ कंटेंट लेखन कार्य से जुड़ा हुआ हूँ। मैं nflspice.com के साथ में मई 2023 से जुड़ा हुआ हूँ और लगातार अपनी न्यूज़ लेखन का कार्य आप सबसे के लिए कर रहा हूँ। न्यूज़ लेखन एक कला है और सबसे बड़ी बात की न्यूज़ को सही ढंग से समझाना ही सबसे बड़ी कला मानी जाती है और इसी कोशिश में इसको लगातार निखारने का प्रयास कर रहा हूँ।

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